सरला के बेटे सुंदर ने हाल ही में अपने पसंद की लड़की से शादी की थी, और सरला की बहु थी साउथ इंडियन ….. जितनी वो दिखने में सुन्दर थी, उतना ही स्वाद चम्पाकली के खाने में था|
सीन :- सरला अपनी पड़ोसन से बाते करती हुई|
सरला :- अरे विमला बहु के हाथो में तो क्या स्वाद है …. खाकर तो मज़ा ही आ जाता इंडियन है|
विमला :- अरे सच में जैसी तेरी बहु है, उससे भी ज्यादा स्वाद तेरी बहु के खानों में है|
सरला :- हां हां और होगा भी क्यों नही आखिर बहु किसकी है, वैसे तुझे पता है जब मैं बहु को देखने गई थी, पहले तो गुस्सा थी की मेरा नालायक औलाद किससे शादी कर रहा है, लेकिन जैसे ही मैंने अपनी बहु चम्पाकली को देखा, तो मेरा गुस्सा शांत हो गया, और बचा हुआ गुस्सा तो तब शांत हुआ जब मेरी बहु के हाथो का वो नीबू वाले चावल खाए मैंने …..आहाहा क्या स्वाद था उसमे|
विमला :- अरे जिस नीबू वाले चावल की तू तारीफ़ कर रही है, वो भी इतने दिनों से… वो मुझे कभी चखने को भी मिलेगा, ये भी नही होता तुझे की किसी दिन वो खट्टे चावल मेरे घर पहुचवा दे|
सरला :- अरे उसे खाने के बाद मुझे कोई याद रहे तब तो मैं तेरे घर उसे भिजवा दू, खैर ये सब छोड़ बहु अभी वही नीबू वाले चावल बना रही है, आज खाकर ही जाइओ|
विमला :- अरे हां क्यों नही क्यों नही, बहु के हाथो के खाने की तो वैसे भी मैंने खूब तारीफ सुनी है|
कुछ समय बाद ही सरला की बहु हॉल में आती है, और वो अपनी सास के साथ पड़ोसन को बैठे हुए देख अपनी सास से कहती है|
चम्पाकली :- माजी लेमन राइस मैंने बना दिया है, आपके लिए और आंटी जी के लिए ले आऊ क्या ?
विमला :- अरे बहु इसी के इंतजार में, मैं यह बैठी हुई हु, ले आ जल्दी से, मैं भी तो देखो सरला को तेरे उस नीबू वाले चावल में ऐसा कौनसा जादू लगा है की, बस वो उसकी ही तारीफ करती रहती है|
अब चम्पाकली भी अपनी सास के साथ साथ अपनी पड़ोसन विमला के लिए लेमन राइस लेकर आती है, और दोनों ही बड़े चाव से लेमन राइस खाते है, और विमला तो दुबारा भी मांगती है, और लेमन राइस खाने के बाद सरला की बहु से कहती है|
विमला :- अरे तूने तो साउथ की बहु लाकर, ना सिर्फ घर का टेस्ट बल्कि घर के खाने का टेस्ट भी बदल दिया है, बहु क्या नीबू वाले चावल बनाये है तूने ….ऐसा खाना तो आज तक मैंने भंडारे में भी नही खाया है|
सरला :- अरे बहु इसकी बातो पर ध्यान मत दे, इसका रोज़ का ही है, भंडारे की लाइन में सारा सारा दिन गुजरना ……
चम्पाकली :- माजी आप और लेंगी क्या, थोड़े से और बचे है थोड़े ही बनाये थे|
सरला :- नही बहु अब तू खा ले, और सुन्दर आये तो उसके लिए भी बना दियो, ये नीबू वाले चावल उसे खूब पसंद है|
विमला को सरला की बहु के हाथो के लेमन राइस खूब पसंद आते है, और वो अब अपनी बहु को भी कहती है की, वो सरला की बहु की तरह लेमन राइस बनाया करे, लेकिन किसी को लेमन राइस बनाने ही नही आता था, जिस वजह से विमला भी सरला के घर अब कुछ ज्यादा ही आने लगी थी, ताकि उसे सरला की बहु के हाथो का लेमन राइस खाने को मिल जाये|
सीन :- सरला लेमन राइस खा रही होगी पड़ोसन विमला वंहा पहुच जाएगी
विमला :- अरे सरला तू तो खाना ऐसे छुपा रही है,जैसे मैं तेरा खाना छीन कर खाने आई हूँ|
सरला :- अरे नही नही मैं तो बस ….. प्लेट रखने जा रही थी,वैसे जबसे तूने मेरी बहु के हाथो का लेमन राइस खाया है, तबसे तू कुछ ज्यादा ही मेरे घर आन जान नही करने लगी है|
विमला :- अरे अब तुझसे मिलने नही आती तो तू कहती है, आज कल दिखती नही, और मिलने आ जाती हूँ तो, तू कहती है बहुत आन जान करने लगी है, तू बता तू चाहती क्या है|
सरला :- चल ये ले थोडा सा बचा है खा ले, और मैं अच्छे से जानती हूँ, तू मेरे घर मेरी बहु के हाथो के बने लेमन राइस खाने ही आती है|
विमला :- मना की मुझे तेरी बहु के हाथो के लेमन राइस पसंद है, लेकिन इसका मतलब ये भी नही की तू मुझे खाने के पीछे बदनाम करे|
सरला :- अरे आराम से खा, खा तो ऐसे रही है जैसे तेरे घर वालो ने, ना जाने तुझे कबसे ही खाना नही दिया है|
विमला :- सरला तुझे अब क्या बताऊ, कल मेरी बहु से मेरा झगड़ा हो गया, वो भी इस बात को लेकर की तु भी मेरे लिए नीबू वाले चावल बनाएगी, लेकिन मेरी बहु ने तो साफ़ कह दिया,आपको तो मैं गर्म रोटी ना बना कर दू|
सरला :- तू भी अपनी बहुओ को ये सब काम कह ही क्यों रही है, तू भी बिना बात मुद्दे बना रही है, जबकि दो तीन दिन से रोज़ तू मेरे घर में नीबू वाले चटपटे चावल खा कर जाती है|
विमला :- और तू उसके बदले में कितना सुनाती है, ये भी तो देख तभी तो मुझे अपनी बहु को कहना पड़ता है|
ऐसे ही समय बीत रहा था, रोज़ ही जो भी बासी चावल बच रहे थे,उसका चम्पाकली लेमन राइस बना दिया करती थी, जिसे सरला तो बड़े चाव से खाती साथ में चम्पाकली का पति सुंदर भी अपने ऑफिस लेमन राइस लेकर जाता, जिसकी खूब तारीफ हुआ करती थी, एक रोज़ शाम के समय सभी हॉल में बैठे होते है|
सरला :- बहु जबसे तू इस घर में आई है, अपने साउथ का खाना खिला खिलाकर तूने तो जीभ का स्वाद ही बदल दिया है, कहा मैं उबली हुई सब्जी खाती थी, और ये तो खाना छूता भी नही था, आज ये नही खाना इसमें तेल है डाइट पर हूँ …..ऐसे बोल बोलकर ये खाना नही खाता था, लेकिन अब देखो खाता भी है, और ऑफिस भी ले जाता है|
सुन्दर :- माँ आपको पता नही है, मेरे ऑफिस में मेरे दोस्त चम्पाकली के हाथो के लेमन राइस की कितनी तारीफ करते है, और जब भी मैं ऑफिस पहुचता हु, छीन कर खा जाते है|
सरला :- और अपनी पड़ोसन विमला वो तो रोज़ दो बार आती है, यही नीबू वाले चावल खाने के लिए, बहु सच में तेरे हाथो में जादू है जादू|
सरला सुन्दर और विमला के साथ साथ सभी को चम्पाकली के हाथो का लेमन राइस बहुत पसंद आ रहा था, लेकिन सब इस बात से अनजान थे की चम्पाकली आखिर लेमन राइस बनती कैसे है, एक रोज़ सरला के पेट में दर्द होता है और उसे उल्टियाँ होने लगती है, और जब सरला को डॉ के पास ले जाया जाता है तो, डॉ चम्पाकली से कहता है की बासी खाना और ज्यादा खाना खाने से सरला को फ़ूड पॉयजन हो गया है|
सरला :- लेकिन डॉ साहब मैंने तो ऐसा कुछ भी नही लिया है …. बल्कि बहु तो सुबह शाम सिर्फ ताज़े चावल के साथ नीबू वाले चावल बना देती है, क्यों बहु|
सीन :- दोनों सास बहु का घर आना|
चम्पाकली :- माजी आज आज आप ये चावल मत खाइए क्युकी …… आपको दवा लेनी है और आपके लिए दवा जरूरी भी है, वरना आप ठीक नही होंगी|
सरला :- अरे बहु वो डॉ ही मुझे पागल लग रहा था, मैं भला बासी खाना क्यों खाऊगी बल्कि तू तो मुझे हर वक्त खाना बना बना खिलती रहती है|
चम्पाकली :- हां माजी अब आप दवा खाकर आराम कर लीजिये तब तक मैं आपके लिए कुछ हल्का खाना बना दू, दलिया खिचड़ी|
सरला :- अरे नही बहु मुझे तो वही चावल खाने है, इतने दिन से खा रही हूँ, लेकिन एक बार मन में नही आ रहा है की ….. अब ना खाऊ|
सरला की बहु अपनी सास को कुछ नही कहती है, और वो किचन में खाना बनाने चली जाती है, तभी चम्पाकली का फोन आ जाता है और वो अपने कमरे में फोन पर बात करने चली जाती है, लेकिन कुछ देर बाद जब सरला किसी काम से किचन में जाती है, तो वो ये देख हैरान थी की, उसकी बहु ने बहुत सारे चावल उबाल के रखे है|
सरला (खुद से ) :- ये चावल कमसे कम 5 किलो से ज्यादा होंगे …… और इसे इसने उबाल कर कपडे में बांध रखा है, इसका मतलब की वो डॉ सही ही कह रहा था की, मुझे बासी खाने से उल्टियाँ लगी है|
चम्पाकली :- माजी आप किचन में, मुझे कह दिया होता क्या काम है ….
सरला :- वो सब छोड़ और ये बता की ये क्या है, तू नीबू वाले चावल कौनसे चावल के बनती आई है, ये उबले हुए 4 दिन पुराने चावल के|
चम्पाकली :- माजी अब तो आपको पता चल ही गया है की, ये चावल बासी है, लेकिन ये चावल मैं कल उबाले है और ये दो दिन चलेगे, सिर्फ मैं चावल में तड़का लगती हूँ राई हिंग, मुगफली, काजू और लेमन का ……|
सरला :- बहु तू ये सब करती रही, लेकिन मुझे तुझपर शक भी नही हुआ, और तो और तूने जो भी किया है सही नही किया है, तेरे बासी चावल की वजह से ही मेरी तबियत ख़राब हो गई|
चम्पाकली :- माजी तो मैं और क्या करती चावल बनाने में भी तो समय लगता है, और ये उबले हुए बासी चावल तो पता भी नही चलते है, तड़का लगाने के बाद|
सरला को जब पता चलता है की, उसकी बहु कैसे लेमन राइस बना रही है, वो लेमन राइस का नाम भी नही लेती, और तो और अगले महीने के राशन में वो चावल ही नही लाती, ना रहेगा चावल ना बनेगा बासी चावलों का लेमन राइस|